बेतिया जिले में निगरानी विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के तहत लाभुक से रिश्वत लेते हुए जिला मत्स्य पदाधिकारी पीयूष रंजन को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया। यह मामला सब्सिडी की राशि जारी करने से जुड़ा है।
मुख्य बिंदु
- जिला मत्स्य पदाधिकारी पीयूष रंजन ₹1 लाख रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार।
- मामला बैरिया प्रखंड के पखनाहा बाजार निवासी मुराद अनवर की शिकायत पर आधारित।
- प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के तहत 25 लाख की योजना में 10 लाख की सब्सिडी निर्धारित थी।
- अधिकारी ने सब्सिडी की राशि जारी करने के लिए 1 लाख की मांग की थी।
- गिरफ्तारी के बाद आरोपी को पूछताछ के लिए पटना ले जाया गया।
मामला:- प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के तहत 25 लाख रुपए की चल रही योजना में 10 लाख की सब्सिडी की राशि जारी करने के एवज में जिला मत्स्य पदाधिकारी पीयूष रंजन ने ₹1 लाख रिश्वत लेते रंगे हाथों निगरानी विभाग के टिम ने गिरफ्तार किया है
बेतिया जिले से एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है, जहां निगरानी विभाग की टीम ने जिला मत्स्य पदाधिकारी को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। मामला बैरिया प्रखंड के पखनाहा बाजार निवासी मुराद अनवर से जुड़ा है, जिनकी मां मत्स्य पालन का कार्य करती हैं।
सूत्रों के अनुसार, मत्स्य पालन विभाग की ओर से प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के तहत 25 लाख रुपए की योजना चलाई जाती है। इस योजना में लाभुक को 10 लाख रुपए की सब्सिडी मिलती है। लाभुक मुराद अनवर की मां इस योजना का लाभ ले रही थीं। लेकिन सब्सिडी की राशि जारी करने के एवज में जिला मत्स्य पदाधिकारी पीयूष रंजन ने ₹1 लाख रिश्वत की मांग की।
पीड़ित मुराद अनवर ने इस मामले की लिखित शिकायत निगरानी विभाग से की। शिकायत की सत्यापन के बाद निगरानी की टीम ने पूरे प्रकरण की गहन जांच की और फिर सोमवार को बिछाए गए जाल में जिला मत्स्य पदाधिकारी को पकड़ लिया। आरोपित अधिकारी को ₹1 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया।
निगरानी विभाग के डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि शिकायत सही पाई गई थी। इसके बाद टीम ने योजनाबद्ध तरीके से छापेमारी की और जिला मत्स्य पदाधिकारी को धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद अधिकारी को निगरानी विभाग की टीम पूछताछ के लिए पटना ले गई है।
इस कार्रवाई के बाद जिले भर में हड़कंप मच गया है।
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