बेतिया जिले के सनसरैया गांव में दो माह पूर्व लापता हुए 19 वर्षीय युवक अमित कुमार का कंकाल नहर से बरामद हुआ, जिसे कुत्ते नोच रहे थे। इस दर्दनाक घटना से इलाके में भारी आक्रोश फैल गया। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है और स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर विरोध जताया। इस मामले में प्रेम प्रसंग की आशंका और पहले से दर्ज शिकायत के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं।
मुख्य बिंदु:
- अमित कुमार का शव दो महीने बाद नहर से कंकाल रूप में बरामद, कुत्ते नोच रहे थे।
- परिजनों ने युवती के पिता और भाई पर हत्या का आरोप लगाया है।
- पूर्व में गुमशुदगी की शिकायत दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया।
- लोगों ने आक्रोश में आकर बेतिया-नौतन मुख्य सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।
- पुलिस ने युवती के परिजनों को हिरासत में लेकर जांच शुरू की, लेकिन मामले में पहले की तरह लापरवाही के आरोप लग रहे हैं।
विस्तार में,
बेतिया। मुफस्सिल थाना अंतर्गत सनसरैया गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब घर से दो माह पूर्व लापता हुए अमित कुमार उम्र 19 वर्ष पिता ललन महतो का कंकाल नहर में मिला जिसे आवारा कुत्ते नोच खा रहे थे।
इस धटना की सूचना लोगों ने परिजनों को दी तो परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया धटना के विरोध में लोगों में आक्रोश बढ गया और नौतन बेतिया मुख्य सड़क को जाम कर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किए सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज ले गई लेकिन मृतक शव कि स्थिति देखकर पोस्टमार्टम के लिए इन्कार कर दिया।
इधर परिजनो का कहना है कि अमित धर से दो माह से गायब था उसका प्रेम प्रसंग एक युवती से चल रहा था और उसी युवती के पिता तथा भाई ने मिलकर अमित कि हत्या करा दी।
इस संबंध में स्थानीय थाने में दो माह पुर्व में ही मृतक के गायब होने की लिखित शिकायत पुलिस को दी गई थी परन्तु पुलिस इस पर ध्यान नहीं दिया अगर समय रहते पुलिस इस पर ध्यान देती तो इस प्रकार कि धटना नहीं घटती, पुलिस की इस लापरवाही से आम जन में पुलिस के प्रति काफी आक्रोश देखने को मिल रहा था वहीं इस मामले मे पुलिस ने युवती के पिता और भाई को हिरासत में लेकर मामले की छानबीन में जुट गई है।
इस संबंध में सदर एसडीओ विवेक दीप ने बताया कि पुरे मामले कि बारीकी से जांच की जा रही है अभी पूरे मामले में लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कर दिया गया है।
सवाल यह है कि आखिर पुलिस को को लिखित शिकायत करने पर भी पुलिस इस पर गंभीरता से क्यों नही लिया? सूत्रों की माने तो जिले के कई थानों में लिखित शिकायत करने के बावजूद भी पुलिस शिकायतकर्ताओं के आवेदन पर कार्यवाही नहीं कर पाती हैं और इसे ठन्डे बस्ते में डाल देती जब धटना घटित हों जाती है तो फिर पुलिस पर सवाल उठना लाज़िमी हो जाता है ऐसा ही मामला नौतन थाना क्षेत्र के गहरी कोठी गांव के रहने वाले पुन्य देव प्रसाद समाजसेवी के साथ उनके भाई और भतीजे द्वारा विगत दो माह पहले खुलेआम दिन के उजाले में मार पिट कि जाती और इसका विडियो फुटेज के साथ पुलिस को लिखित शिकायत कि जाती है परन्तु पुलिस द्वारा उनकी शिकायत पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं कि जाती है और धटना को अंजाम देने वाले विरोधियों के मेल में आकर विरोधियों के आवेदन पर पीड़ित पर ही उलटे 107 धारा कि करवाही भूमि विवाद बता कर कर दि जाती है मजे कि बात कि जो पुलिस द्वारा कार्यवाही की जाती है वही धारा स्थानीय मुफस्सिल थाने में भी उसी भुमि विवाद बता कर कि गई है और उसी भुमि पर एक बार पुनः नौतन थाना पुलिस द्वारा भी की गई है यानी एक ही बकरा दो दो बार हलाल करने का चरितार्थ सिद्ध हो रहा है और मज़े कि बात यह है कि भूमि बेतिया राज कि है जिस पर अवैध निर्माण कार्य पर बेतिया राज प्रबंधक ने रोक लगा रखा है तो फिर पुलिस उक्त भूमि को अपने प्रतिवेदन में विपक्षियों कि भुमि बताना अपने आप में एक सवाल है
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अगर चाहें तो मैं इस न्यूज़ को प्रोफेशनल भाषा में पूरा आर्टिकल या स्क्रिप्ट
के रूप में भी तैयार कर सकता हूँ।
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